सैमसंग ने अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन गैलक्सी S7 और S7 एज भारत में ऑफिशली लॉन्च कर दिए हैं। कंपनी ने पिछले महीने स्पेन के बार्सिलोना में हुए टेक इवेंट MWC-2016 में इनसे पर्दा हटाया था।
आगे देखें, क्या हैं इन स्मार्टफोन्स के फीचर और इनकी कीमत कितनी है...
गैलक्सी S 7 में अपने पिछले वर्जन S 6 के मुकाबले डिजाइन में बहुत अंतर नहीं है लेकिन परफॉर्मेंस और बाकी फीचर में यह अगली जेनरेशन में चला जाता है। पिछले साल जब S6 लॉन्च हुआ तो उसकी बॉडी और डिजाइन में सैमसंग ने अपना अब तक का सबसे बड़ा चेंज किया था, इस बार उसे कायम रखा गया है, इस हद तक कि S6 और S7 की बॉडी देखकर फर्क बताना मुश्किल होता है। लेकिन अंदर से बहुत कुछ बदल गया है।
सैमसंग गैलक्सी S7 में 5.1 एक इंच का QHD सुपर एमोलेड डिस्प्ले है, जबकि गैलक्सी S7 एज में 5.5 इंच का QHD सुपर एमोलेड डिस्प्ले है। डिस्प्ले हमेशा ऑन रहता है, जिससे यूजर डिवाइस को वेकअप किए बिना टाइम और नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं।
कैमरा
दोनों स्मार्टफोन्स में 12 मेगापिक्सल का ड्यूल पिक्सल बैक कैमरा है, जिसका अपर्चर f/1.7 है। डुअल पिक्सल सेंसर है कैमरे का फोकस फौरन सेट करने में मदद करता है। फ्रंट कैमरा 5 मेगापिक्सल है, जिसका अपर्चर f/1.7 है।
प्रोसेसर
भारत में ये दोनों स्मार्टफोन सैमसंग के ऑक्टा-कोर Exynos 8890 प्रोसेसर के साथ लॉन्च हुए हैं। ग्लोबल वैरियंट्स में क्वॉड-कोर क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 820 प्रोसेसर लगा था। दोनों स्मार्टफोन्स में 4 GB रैम लगी है
वॉटरप्रूफ हैं दोनों स्मार्टफोन
सैमसंग गैलक्सी S7 और गैलक्सी S7 एज ऐंड्रॉयड 6.0 मार्शमैलो पर रन करते हैं। डस्ट और पानी से बचाव के लिए इन्हें IP68 रेटिंग मिली है। ये पानी में डेढ़ मीटर अंदर आधे घंटे तक रह सकते हैं।
गेमिंग पर फोकस
गेमिंग पर भी नया फोकस देखने को मिला है। हीटिंग से बचने के लिए सैमसंग ने पहली बार अपने फोन के अंदर 0.4 मिलीमीटर मोटा पाइप दिया है। यानी इस वॉटरप्रूफ फोन के अंदर इस पाइप में पानी होता है जो प्रोसेसर को गेमिंग के दौरान हीटअप होने पर कूल करता है। गेम लॉन्चर का एप भी है जो गेम खेलने के दौरान बाकी नोटिफिकेशन ऑफ करने, स्क्रीन शॉट लेने या गेम का विडियो रिकॉर्ड करने जैसे फीचर देता है।
एज के UX में बदलाव
S7 Edge के UX में भी काफी बदलाव हैं। डिस्प्ले में दोनों तरफ साइड में जो एक और फोल्ड डिस्प्ले मिलता है, वहां अब टास्क या एप्स की दो लेयर जोड़ सकते हैं। इसके अलावा क्विक कॉन्टैक्ट, न्यूज फीड, मौसम, स्कोर, स्केल या कंपस जैसे ऐप्स भी यहां आते हैं। एज के ऐप्स में भी इजाफा हुआ है।
बैटरी
गैलक्सी S7 में 3000 mAh बैटरी लगी है, जबकि गैलक्सी S7 एज में 3600 mAh बैटरी दी गई है। फास्ट चार्जिंग के साथ। इसमें वायरलेस चार्जिंग का भी ऑप्शन है।
कीमत
सैमसंग ने गैलक्सी S7 को 48,900 रुपये में लॉन्च किया है, जबकि गैलक्सी S7 एज की कीमत 56,900 रुपये रखी गई है। ये कीमतें 32जीबी वैरियंट्स की हैं। अभी 64जीबी वैरियंट्स की कीमत नहीं बताई गई है।
आगे देखें, कहां से कैसे खरीदा जा सकता है यह स्मार्टफोन और क्या खास ऑफर लाई है कंपनी...
बुकिंग
सैमसंग की वेबसाइट पर दोनों की प्री-बुकिंग शुरू हो गई है। स्मार्टफोन 18 मार्च से उपलब्ध होगा।17 मार्च तक प्री-बुकिंग करवाने वालों को सैमसंग का गियर VR हेडसेट फ्री मिलेगा।
कई बार ऐसा होता है कि हमारा फोन कहीं गिर जाता है या फिर चोरी हो जाता है और हम इस बात से अंजान होते हैं. हमें तब चलता है जब हमें कहीं फोन करना होता है या फिर इंटरनेट चलाना होता है. यहां हम आपको बताते हैं सिर्फ 1 मिनट में खोए हुए फोन को ढूंढने का एक बेहद आसान तरीका:
1.सबसे पहले अपने उस गूगल अकाउंट आईडी से साइन इन कीजिए जिसे आपने अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन में रजिस्टर किया है.
2. इसके बाद होमपेज की सर्च बार पर 'Whare's my phone? टाइप कीजिए. ऐसा करने से आपके सामने एक मैप खुल जाएगा.
3. आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस फोन के लिए आप परेशान थे कुछ ही देर में आपको उसकी लोकेशन दिख जाएगी. बता दें कि गूगल आपके स्मार्टफोन की लोकेशन ट्रेस करके आपको बताएगा कि इस समय आपका फोन कहां है.
4. इतना ही नहीं अगर आपका साइलेंट मोड पर है तो इस ऑप्शन के जरिए आपको रिंग करवाने का ऑप्शन भी मिलेगा. बस बैटरी खत्म नहीं होनी चाहिए. बता दें कि यह ऑप्शन आपको मैप के नीचे दिखाई देगा.
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अगर कभी फोन गुम हो जाए तो बड़ी मुश्किल हो जाती है। कई बार यह हमसे गुम हो जाता है तो कई बार कहीं रखकर भूल जाते हैं। तुरंत कहीं कॉल करना हो या इंटरनेट पर कुछ सर्च करना हो, उस वक्त फोन न मिले तो बड़ी खीझ होती है। अच्छी बात यह है कि गूगल ने एक ऐसा फीचर बनाया है, जिससे आप बेहद आसानी से अपना फोन ढूंढ सकते हैं। आगे देखें और जानें, बिना झंझट के सिर्फ 1 मिनट में कैसे ढूंढें अपना फोन...
1. यह बहुत ही आसान है। सबसे पहले गूगल का होम पेज खोलिए। यहां पर उस गूगल अकाउंट आईडी से साइन इन कीजिए, जो आपने अपने ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन में रजिस्टर की है।
2. इसके बाद गूगल होमपेज की सर्च बार पर टाइप करके सर्च कीजिए - 'Whare's my phone?' जैसे ही आप यह सर्च करेंगे, आपके सामने एक मैप खुल जाएगा।
3. इस मैप में कुछ ही देर में आपको अपने फोन की लोकेशन दिख जाएगी। गूगल आपके स्मार्टफोन की लोकेशन ट्रेस करेगा और बताएगा कि वह कहां है।
4. अगर आप किसी और जगह से होकर आए हों और याद न आ रहा हो कि फोन वहां छूट गया या कहीं और, ऐसे में यह फीचर बड़े काम का है। आपको फोन की लोकेशन दिख जाएगी कि वह कहां पर है। इसलिए आप सही जगह पर उसे तलाश कर सकते हैं। जब आपको लोकेशन पता चल जाए, तब वहां जाकर अगला कदम उठाएं...
5. अगर आप फोन को घर पर ही कहीं रखकर भूल गए हैं आसपास कहीं गिर गया है तो आप इसे फुल वॉल्यूम पर रिंग करवा सकते हैं। अगर आपने फोन सायलेंट मोड पर भी रखा होगा, तब भी यह फीचर काम करेगा। बस बैटरी खत्म नहीं होनी चाहिए। रिंग करने का ऑप्शन आपको मैप के नीचे दिखेगा।
6. यह पूरी प्रक्रिया गूगल के डिवाइस मैनेजर का एक हिस्सा है। आप सीधे गूगल डिवाइस मैनेजर पर जाकर भी ऐसा कर सकते हैं। वहां पर आपको फोन को लॉक करने और कॉन्टेंट उड़ाने का भी ऑप्शन मिलेगा।
आईफोन iPhone यूजर्स के लिए गूगल की "Where's my phone?" ट्रिक काम नहीं करेगी। वैसे आईफोन के लिए भी ऐसा एक फीचर है। आप iCloud की मदद से अपना आईफोन ढूंढ सकते हैं। आगे जानें, कैसे ढूंढें गुम हुआ आईफोन...
1. आईक्लाड ओपन करें (www.icloud.com) और अपनी उस ऐपल आईडी के जरिए लॉगइन करें, जिससे आप अपना आईफोन यूज कर रहे हैं।
2. यहां पर आपको कई सारे ऐप आइकन दिखाई देंगे। इन्हीं में से एक Find iPhone. फाइंड आईफोन पर क्लिक करें।
3. Find iPhone पर क्लिक करने के बाद आपको मैप दिखेगा, जिसमें आपके आईफोन की लोकेशन दिखाई जा रही होगी।
ध्यान देने वाली बात यह है कि ऐंड्रॉयड और आईफोन दोनों पर यह फीचर तभी काम करता है, जब डिवाइस में बैटरी हो और वह इंटरनेट से कनेक्टेड हो।
100 कत्ल कर जेल जा चुका है ये खूंखार डकैत, सुसाइड के लिए खा चुका है जहर
भिंड/ग्वालियर.70 के दशक में 100 हत्याओं समेत तमाम मामलों
में आरोपी रहे पूर्व दस्यु सरगना पंचम सिंह की फिर से पुलिस को तलाश
है। इस बार बिजली का बिल जमा न करने को लेकर लहार कोर्ट ने इनका
स्थायी वारंट जारी किया है, जिसमें वे फरार चल रहे हैं। जो 100
मर्डर से न डरा, वह बिजली बिल के डर से क्यों हुआ गायब...
दस्यु सरगना पंचम सिंह के दोनों रूप।
35 साल पहले सामाजिक संस्था को दान किया था मकान
- पंचम सिंह ने कहा है कि लहार कस्बे में मेरा एक मकान था, जिसे
करीब 35 साल पहले मैंने सामाजिक संस्था को दान कर दिया था। उसका
दानपत्र भी हमारे पास है।
-ऐसे में संस्था वालों ने बिजली का बिल जमा नहीं किया। करीब दो
लाख रुपए बिल का बकाया हो गया और बिजली कंपनी ने मेरे खिलाफ कार्रवाई
की। जबकि हम लोग तो उस मकान में रह ही नहीं रहे और न ही बिजली का
उपयोग कर रहे।
-सामाजिक संस्था वालों ने ही मकान में आश्रम बना लिया है। इसलिए बिल
भी उनको ही जमा करना चाहिए।
जहर खाकर किया आत्महत्या का प्रयास
-93 वर्षीय पंचम सिंह ने कहा कि जिस संस्था को उन्होंने अपना मकान
दान किया था, वे भी उसमें जुड़े हुए थे। लेकिन संस्था वालों ने उनके
साथ गाली-गलौज करते हुए गलत व्यवहार किया और बिल जमा करने से भी
इनकार कर दिया।
-ऐसे में हमारे पास कोई सहारा नहीं बचा था और करीब 15 दिन पहले
जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। हालांकि मेरे गुरू स्वामी
संतोषानंद गिरि ने मुझे ऐसा करने से रोका।
पंचम सिंह की तलाश जारी
-लहार टीआई मिर्जा आसिफ बेग ने बताया कि पूर्व दस्यु पंचम सिंह का
बिजली बिल के मामले को लेकर स्थायी वारंट जारी हुआ है। तलाश जारी है।
2 करोड़ का इनमा रखा गया था डकैत पंचम सिंह पर
-खूंखार डाकू, चंबल के बीहड़ों का राजा, 550 डाकुओं का सरदार और
लगभग 100 कत्लों के आरोप में भारत सरकार द्वारा दो करोड़ रुपए का
इनामी डाकू पंचम सिंह राजयोगी बन गया था।
-कभी चंबल के बीहड़ों में बंदूक की नोक पर दहशत का पर्याय रहा
डाकू सरदार पंचम सिंह राजयोगी बनने के बाद देशभर में अध्यात्म की अलख
जगा रहा है। पंचम ने अध्यात्म और आत्मविश्वास के बल पर जिंदगी बदलने
के गुर सिखाए।
550 डाकुओं ने किया था समर्पण
-चंबल के बीहड़ों में दहशत के रूप में कुख्यात पंचमसिंह जमीनदारों के
सताने पर परिवार का बदला लेने के लिए डाकू बने। पंचायत चुनाव के
दौरान एक पक्ष का समर्थन करने पर विरोधी गुट के लोगों ने इतना बेरहमी
से पीटा कि लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
-इलाज के बाद जब गांव लौटा तो ग्रामीणों पर उत्पीडऩ शुरू हो चुका
था। विरोधी गुट हावी था। हर किसी का जीना दुश्वार था। फिर क्या था
कूद पड़े चंबल के बीहड़ों में 12 डाकुओं के साथ।
-धीरे-धीरे यह कुनबा बढ़कर 550 पहुंच गया। बदले की भावना से छह
लोगों की सरेआम हत्या कर दी गई। करीब 14 साल तक बीहड़ों में दहशत का
पर्याय बना रहा। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और लोकनायक
जयप्रकाश नारायण की प्रेरणा से आत्मसमर्पण किया। तब 550 डाकुओं ने एक
साथ बंदूक छोड़ दी थी।
फिर अध्यात्म से बदलीं राहें
-समर्पण करने के बाद जब पंचम जेल में सजा काट रहे थे, तब प्रजापिता
ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की मुख्य संचालिका दादी प्रकाश
जेल आईं थीं।
-उन्हें इंदिरा गांधी ने चुनौती दी थी कि डाकुओं का मन बदल कर
दिखाएं। दादीजी ने प्रेरित किया तो मन बदल गया। पंचम सिंह 90 साल के
हैं और आज भी वे राजयोगी बनकर जी रहे हैं।
संसद के उच्च सदन राज्यसभा ने गुरुवार को रियल एस्टेट बिल को मंजूरी दे दी. इसमें रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण की स्थापना का प्रावधान किया गया है. सरकार ने इस विधेयक के पारित होने से पहले राज्यसभा की प्रवर समिति द्वारा सुझाए गए 20 संशोधनों को स्वीकार किया. विधेयक 2013 से राज्यसभा में लंबित था. विधेयक का लक्ष्य रियल एस्टेट उद्योग को नियमित करना और प्रमोटरों के घोटालों से संपत्ति खरीदारों के हितों की रक्षा करना है. ये हैं इस विधेयक की 10 मुख्य बातें: 1. बिल्डरों को तय समयसीमा में देना होगा फ्लैट 2. प्रॉपर्टी एजेंटों का रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी में पंजीकरण अनिवार्य 3. सभी राज्यों में होगा अथॉरिटी का गठन 4. खरीदारों की शिकायतों की सुनवाई जल्द सुनी जाएगी 5. हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के जल्द क्लीयरेंस के लिए होगी सिंगल विंडो सिस्टम 6. हाउसिंग ही नहीं व्यवसायिक प्रॉपर्टी पर भी नियम होंगे लागू 7. धोखेबाजी से मिलेगी निजात 8. हाउसिंग ही नहीं कमर्शियल प्रॉपर्टी पर भी लागू होंगे नियम 9. आएगी सिस्टम में पारदर्शिता 10. प्लान में बदलाव से पहले 2/3 खरीदारों की मंजूरी जरूरी
अब रोज फ्री में मिलेंगे ATM से 100 रु., जानें कैसे
नयी
दिल्ली। एटीएम से पैसा निकालते वक्त कई बार आपके बैंक बैलेंस से तो पैसे
कट गए होंगे, लेकिन एटीएम मसीन से पैसे नहीं निकले होंगे। अब अगर आपके साथ
ऐसा हो तो परेशान होने की बात नहीं है, क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो बैंक आपको
रोजाना 100 रुपए पेनल्टी देगी। जी हां ऐसे केस में बैंक ना केवल आपको आपका
पैसा देगी बल्कि सौ रुपये पेनल्टी के तौर पर देगी। दरअसल भारतीय
रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को दिशानिर्देश दिए हैं कि वो ट्रांजेक्शन फेल
होने पर शिकायतकर्ता को 7 दिनों के भीतर पैसा नहीं लौटाते हैं तो उन्हें
100 रुपए रोजाना पेनल्टी देना होगा। 'पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम एक्ट 2007' के तहत बैंक को 100 रुपये प्रति दिन के हिसाब से ग्राहक को पेनल्टी देनी होगी। क्या करना होगा
बैंक से पेनल्टी पाने के लिए आपको ट्रांजेक्शन फेल के बाद 30 दिनों के भीतर शिकायत दर्ज करानी होगी।
आपको ट्रांजेक्शन की पर्ची या अकाउंट स्टेटमेंट के साथ अप नी शिकायत बैंक में दर्ज करानी होगी।
आपको बैंक के अधिकृत कर्मचारी को अपने एटीएम कार्ड का डिटेल बताना होगा।
अगर 7 दिनों के भीतर आपका पैसा वापस नहीं आता तो आपको एनेक्शर-5 फॉर्म भरना होगा।
जिस दिन आप ये फॉर्म भरेंगे आपकी पेनल्टी उसी दिन से चालू हो जाएगी।